शिक्षक पितामाह डॉ प्रकाश अवस्थी जी को शब्दों से श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती। डॉ लोकेश शुक्ला, लाजपत नगर, कानपुर
परम आदरणीय डॉ प्रकाश अवस्थी जी, संस्थापक अध्यक्ष कानपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, वी यस यस डी कालेज कानपुर हम लोगों के बीच नहीं रहे। कल दिनाँक 14 अक्तूबर 23 को उन्होंने छत्तीसगढ़ में रात्री आखिरी सास ली। वह मूल रूप से माहौली कानपुर नगर के रहने वाले थे वर्तमान मे पत्रकार पुरम कानपुर में रहते थे।
डॉ प्रकाश अवस्थी जी आरंभ से ही समाज सेवाओं में जुड़े रहे, डॉ प्रकाश अवस्थी जी की श्री इंदिरा गांधी जी, श्री नारायण दत्त तिवारी जी, श्री हेम वती नंदन बहुगुणा से वैचारिक भेद के साथ नजदीकियां थी और प्रदेश मे डिग्री कालेज मे विश्व विद्यालय अनुदान आयोग के वेतनमान लागू कराए थे। वह प्रदेश के खो खो एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। लोक सेवा आयोग सहित विभिन्न प्रदेश के सेवा आयोग के सदस्य रहे। वह सीतापुर स्थित डिग्री कालेज और पी एस यम डिग्री कालेज कन्नौज मे प्रधानाचार्य थे। श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेई के साथ स्कूटर में घुमाने वाले साथी थे। आपातकाल में अटल जी के साथ अज्ञात वास में कानपुर में रहे थे। डॉ प्रकाश अवस्थी जी आपातकाल में जेल गए और जेल में ही पी यच डी का शोध ग्रंथ पूरा किया था। उन्होंने छावनी विधानसभा और कानपुर उन्नाव स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद का चुनाव भी लड़ा था । उनकी पत्नी उनकी सबसे निकट की सारथी थी। उन्होने आपातकाल में वेतन के अभाव में गाय के दूध को बेच कर 3 बेटे 2 बेटियों को भरण पोषण करते हुए बड़े बेटे श्री दुर्गेश माधव अवस्थी को आई पी यस बनाया जो छत्तीसगढ़ में डी जी पी पद पर थे। वहीं अन्य शेखर अवस्थी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता है। श्री राम प्रसाद कोविद, पूर्व राष्ट्रपति, श्री राजीव शुक्ला सदस्य राज्यसभा, श्री प्रमोद तिवारी सदस्य राज्यसभा, श्री श्याम बिहारी मिश्रा व श्री प्रकाश जैसवाल पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के निकट थे।
शिक्षक पितामाह डॉ प्रकाश अवस्थी जी को शब्दों से श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती। शेष परिवारजनों को असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्राप्त हो ईश्वर से इच्छा हैं। सादर नमन एवं श्रृद्धा सुमन
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